शनिवार, 1 अगस्त 2009


चलो हमही प्रयोग करे ..... संजयटिकारिया की छोटीसी प्रयोगशाला द्वारा ...................................... अन्ना बोराडेजी ने , ए़क कार्यकरम में मेरी प्रयोगशाला देखी और मुजे .....आमची शाला ......में आमन्त्रित किया जहा श्री बोंद्रे सर ने स्कूल के छात्र और टीचर्स के लिए डेमो देनेकेलिये मेरा मनोबल बदाया छात्र भी खूब मजे से साइंस के प्रयोगों को देख प्रभावित हुवे उन्होंने तो परिसर में प्रयोगों के साहित्य को खोजना शुरू कर दिया और मुजे आशावसन दिया के वे भी जल्द ही स्कूल में छोटी प्रयोगशाला बनायेगे ॥ इस मेरे साइंस प्रसार कार्य को मै हमेशा प्रथम प्राधान्य देता हूँ ///// यदि आप भी मुजे आपके स्कूल में निमंत्रण दे तो मै आप तक पहुच जाऊंगा , मेरे प्रयोगशाला में साधारण वस्तुओसे बनी प्रायोगिक सामग्री आप के स्कूल के लीये लाभप्रद रहेगी .जो आप फालतू वस्तुओसे बना सकते है । छात्र भी आपनी खुदके लिए प्रयोग शाला बना सकते है .... इस कार्य के लिए मै कोई भी मानधन नही स्वीकारता हु । बस अप्पके निमंत्रण की देरी है मै आप तक पहुच जाऊंगा

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